“भाई! मैं तो बस सीखता जा रहा हूँ, अपनी गलती से भी और साथ ही दूसरों की गलतियों से भी. “भाई! मैं तो बस सीखता जा रहा हूँ, अपनी गलती से भी और साथ ही दूसरों की गलतियों से...
हर औरत के नसीब में यही लिखा है शायद... प्रताड़ना -शारीरिक या मानसिक। हर औरत के नसीब में यही लिखा है शायद... प्रताड़ना -शारीरिक या मानसिक।
विश्वास को आगे रखेंगे तो आपके हमारे रिश्तों में कभी भी दरार नहीं आने पायेगी। विश्वास को आगे रखेंगे तो आपके हमारे रिश्तों में कभी भी दरार नहीं आने पायेगी।
असान नहीं है कविताएँ लिख पाना,क्योंकि असान नहीं है,स्वार्थता, आत्ममुग्धता,और आतुरता को सयंमित कर पान... असान नहीं है कविताएँ लिख पाना,क्योंकि असान नहीं है,स्वार्थता, आत्ममुग्धता,और आतु...
कि हमारा गांव वाकई सबसे अलग और अनोखा है। कि हमारा गांव वाकई सबसे अलग और अनोखा है।
बसंती की आँखों से बेबसी के आँसू झरने लगे। बसंती की आँखों से बेबसी के आँसू झरने लगे।